हरिद्वार में जुटे वरिष्ठ कांग्रेस नेता,कांग्रेस में चल रही उठापटक पर करेंगे मंथन,हरक बोले लड़ूंगा लोकसभा का चुनाव

खबर सुने

हरिद्वार

उत्तराखंड कांग्रेस के कई बड़े दिग्गज आज हरिद्वार के जयराम आश्रम पहुंचे हालांकि यह सभी दिग्गज हरिद्वार की यात्रा को मात्र आश्रम के पीठाधीश्वर ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी से आशीर्वाद लेना और कल से शुरू हो रहे हैं श्रावण मास के लिए मां गंगा से प्रार्थना करना और मेला सकुशल संपन्न हो की कामना करना बता रहे हो और आगमन का कोई भी राजनीतिक निहितार्थ नहीं बता रहे है मगर कल देहरादून में इन्हीं दिग्गजों का एक साथ होना और आज इन सभी का हरिद्वार पहुंचना कहीं न कहीं राजनीति की ओर इशारा जरूर कर रहा है , कांग्रेसी में चल रही हरीश और हरक गुट की उठापटक और गुटबाजी का संकेत इस दौरे से जरूर मिलता दिखाई दे रहा है।जो नेता यहां पहुचे उनमें हरक सिंह रावत ,प्रीतम सिंह, भुवन कापड़ी,राजकुमार , विजय पाल सजवाण,लालचंद शर्मा, गौरव चौधरी गिन्नी शामिल थे।

हरक सिंह रावत ने मीडिया से बात करते हुए देहरादून में साफ कहा था कि अब टोटकों की राजनीति नहीं हो होगी और आज हरक सिंह रावत ने अपने उस बयान को दोहराते हुए कहा कि अब जनता और लोग हल्की राजनीति पर भरोसा नहीं कर रहे, हमें भरोसे लायक बनना होगा,
क्या हरीश रावत को राजनीति में विराम ले लेना चाहिए इस पर उन्होंने साफ कहा कि हरीश रावत को विराम लेने की सलाह मैं क्या दूंगा, वह बड़े भाई हैं, मैं उनको क्या सलाह दे सकता हूं?मुझे नहीं पता नही कि वे किस मिट्टी के बने हैं उनके जैसा आदमी उत्तराखंड में ढूंढने से नहीं मिलेगा और मैं उनको सलाह क्यों दूंगा मैं बहुत छोटा हूं।
हरक सिंह रावत ने इस बात को माना कि अगर पार्टी उनको लोकसभा का टिकट देती है तो वे चुनाव में जरूर जाएंगे उन्होंने साफ कहा कि उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने से मना किया है मगर लोकसभा का चुनाव का मौका मिलेगा तो वे चुनाव में उतरेंगे।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के साथ कल देहरादून हुई मुलाकात को कांग्रेस में गुटबाजी करना बताए जाने पर उन्होंने कहा कि कोई गुटबाजी नहीं कर रहे हैं और मैं गुटबाजी में कोई भरोसा भी नहीं करता हूं गुटबाजी की वजह से ही पहले ही हम 11 पर आ गए थे अब सरकार आते-आते हुए भी गुटबाजी के चलते हम 19 पर आ गए , अब कुछ तो सोचना चाहिए, हम तो कोशिश कर रहे हैं, कर सकते हैं लेकिन केवल मेरे करने से कुछ नहीं होगा सबको सोचना चाहिए कि अगर पार्टी रहेगी तभी तो हम भी रहेंगे।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि कांग्रेस में कुछ नहीं चल रहा है सभी साथी हैं और मैं उनके घर चाय पीने चला गया उसे राजनीतिक चश्मे से देखा जाए यह उचित नहीं है और इस तरह के राजनीतिक दलों के लोग आपस में कभी मिल भी नहीं सकते क्या,सामान्य प्रक्रिया के तहत हरक सिंह के यहां गए और मिले और जब मिलते हैं तो बात तो होगी क्योंकि हम राजनीतिक लोग हैं नॉन पॉलिटिकल लोग थोड़े ही है जब राजनीतिक लोग हैं तो राजनीति करेंगे, कांग्रेस को कैसे मजबूत करें उसी कड़ी में हम यहां पर भी आए हैं, टोटकों के बारे में हरक सिंह रावत ही बता सकते हैं मुझे नहीं पता कि किन टोटको की बात हो रही है यह उन्हीं का अधिकार है ,
उन्होंने कहा कि वे नहीं मानते हैं कि चुनाव हारने से कांग्रेस कमजोर हुई है आज भी हमारे 19 विधायक हैं राजनीति में हार जीत तो एक सिक्के के दो पहलू होते हैं हार जाने का मतलब यह नहीं है कि हम ने हथियार डाल दिए हम पूरी ताकत के साथ लड़ने का कार्य करेंगे ,उन्होंने कहा कि सावन का महीना शुरू हो रहा है पर इसीलिए हम यहां आए हैं मगर हम कुछ न कहें कुछ न करें तो विपक्ष मौन है यह कहा जाता है हम बाहर निकलते हैं हलचल पैदा हो जाती है ।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.