सरकार गंगा को स्वच्छ करने के लिए करती है करोड़ों रुपये खर्च अधिकारी लगा रहे पलीदा

सरकार गंगा को स्वच्छ करने के लिए करती है करोड़ों रुपये खर्च अधिकारी लगा रहे पलीदा पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारियों को लगाई फटकार

भारत सरकार द्वारा महत्वपूर्ण योजना के तहत गंगा को स्वच्छ करने के लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे है मगर धर्म नगरी हरिद्वार में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिकारी भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना पर पलीदा लगा रहे हैं उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा हरिद्वार सती घाट गंग नहर को बंद किया गया है जिस कारण वहां गंदगी का अंबार देखने को मिल रहा है बीजेपी के पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता संजय गुप्ता अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर जमकर लताड़ लगाई।
संजय गुप्ता का कहना है कि हमारी सरकार गंगा की स्वच्छता निर्मलता के लिए लगातार कार्य कर रही है गंगा में फैली गंदगी के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा गोलमोल जवाब दिया जा रहा है मगर लोगों के आक्रोश को बढ़ता देख उनके द्वारा कहा गया है कल से सफाई की जाएगी संजय गुप्ता का कहना है कि गंगा में पड़ी गंदगी को देखकर बाहर से आने वाले यात्रियों में एक गलत संदेश जा रहा है क्योंकि यहां देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। मेरे द्वारा हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भी वार्ता की गई है उनके द्वारा अधिकारियों को फटकार लगाई गई अगर कल अधिकारियों द्वारा सफाई व्यवस्था नहीं की जाती तो मैं खुद अपने कार्यकर्ताओं के साथ गंगा में उतर कर साफ-सफाई कराऊंगा और अधिकारियों के खिलाफ शिकायत करूंगा।
उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ शिवकुमार कौशिक गंगा में फैली गंदगी को हटाने के सवाल पर गोलमोल जवाब देते नजर आए इनका कहना है कि गंगा में फैली गंदगी क्यों नहीं हटाई गई इस बारे में हमारे उच्च अधिकारी बताएंगे हमारे द्वारा प्रस्ताव भेजे जाते हैं जैसी उच्च अधिकारियों से अनुमति मिलती है वैसे ही कार्य किए जाते हैं हम छोटे अधिकारी हैं इस नहर को बंद करने का प्रावधान नहीं है क्योंकि इससे बड़ी नहर जुड़ती है मगर कुछ कार्य होने की वजह से इस नहर को बंद करना पड़ा सफाई कराने की बात पर इनका कहना है कि जब ऊपर से बजट आएगा तभी हम सफाई कराएंगे।

बाइट — शिवकुमार कौशिक– एसडीओ उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग

गंगा के सफाई के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए सरकार द्वारा खर्च किए जा रहे हैं मगर धरातल पर गंगा स्वच्छ होती नजर नहीं आ रही है क्योंकि जिन अधिकारियों पर सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी है वही अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं अब देखना होगा उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग कितनी जल्दी बंद पड़ी गंग नहर में पड़ी गंदगी को हटाते हैं

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.