हेट स्पीच मामले में ढोल नगाड़ों के साथ जेल से जमानत पर रिहा हुए दिनेशानंद भारती

हरिद्वार

धर्म संसद में हेट स्पीच देने के मामले में गिरफ्तार स्वामी दिनेशानंद भारती उर्फ सिंधु सागर महाराज हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आज जमानत जेल से रिहा हो गए। जिला कारागार हरिद्वार की जेल से रिहा होने पर संतों ने फूल माला और ढोल नगाड़ों से दिनेशानन्द भारती का स्वागत किया। दिनेशानंद भारती को पुलिस में 26 अप्रैल को हिरासत में लेकर 27 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था ।
धर्म संसद में हेट स्पीच देने के मामले में अब तक तीन गिरफ्तारी हो चुकी है। जिनमे दिनेशानन्द भारती के अलावा जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी और यति नरसिंहानंद गिरी को गिरफ्तार किया गया था। और जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को सुप्रीम कोर्ट से तीन माह की अंतरिम जमानत मिली थी और वे 19 मई को जेल से रिहा हुए है। जबकि यति नरसिहानंद की हाई कोर्ट से जमानत मिली थी अब दिनेशानन्द भारती को भी हाई कोर्ट से जमानत मिली है जिसपर वे आज रिहा हुए, इस मामले में दिनेशानन्द भारती की तीसरी गिरफ्तारी हुई थी।

स्वामी दिनेशानंद भारती ने कहा उनकी गिरफ्तारी 27 को नहीं 26 को हुई थी सत्यमेव जयते यानी हमेशा सत्य की जीत होती है और आज भी सत्य की जीत हुई है और हिंदुत्व उनके जीवन का मिशन था और हिंदुत्व उनके जीवन का मिशन रहेगा वह कल भी था आज भी है और आगे भी रहेगा।

धर्म संसद के संयोजक और काली सेना के राष्ट्रीय संयोजक शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप का कहना है कि आज हम लोगों के लिए खुशी की बात है कि स्वामी दिनेशानंद इतनी जल्दी हमारे बीच में है, जेल जाने से हमें कोई डर नहीं है अगर सच बोलने पर जेल जाना है तो जेल गांधी भी गए होते जेल वीर सावरकर नहीं गए होते सुभाष बाबू नहीं गए हो भगत सिंह नहीं गए होते तो देश आजाद नहीं हुआ होता अब संत जेल जाने लगे है तो भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा,हम आज भी जेल से नहीं डरे हैं कल भी जेल से नहीं डरेंगे जो काम कर रहे थे वह काम करेंगे, जय हिंदू राष्ट्र।

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