हरिद्वार लोकसभा सीट से वीरेंद्र रावत का टिकट होने के बाद

हरिद्वार लोकसभा सीट से वीरेंद्र रावत का टिकट होने के बाद पिता हरीश रावत बहन अनुपम रावत जुटे चुनाव प्रचार में,सड़क दुर्घटना में 23 वर्षीय युवक की जान जाने से परिजनों को दी सांत्वना रखा मौन व्रत

हरिद्वार लोकसभा से टिकट फाइनल होने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र रावत उनके पिता हरीश रावत और बहन अनुपमा रावत भी चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। धनपुरा गांव पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने दावा किया कि वो फिर से उत्तराखंड में हरिद्वार युग लाएंगे और साल 2014 की तरह हरिद्वार का चीफ मिनिस्टर हाउस बनायेंगे। इसके साथ ही हरीश रावत ने अपनी नागरिकता पर उठाए गए सवालों के जवाब में कहा कि वो 1998 से हरिद्वार के निवासी हैं और उनकी नागरिकता पर वही लोग सवाल उठा रहे हैं जो दो तीन महीने पहले ही चुनाव मैदान में उतरे हैं।हरीश रावत ने कहा कि 25 सालों से उन्होंने घुइन्या छिलने का काम नहीं किया बल्कि पार्टी के लिए काम किया है। उन्ही कामों के दम पर उनके बेटे वीरेंद्र रावत चुनाव मैदान में उतरे हैं। वहीं वीरेंद्र रावत ने भी अपने पिता के द्वारा कराए गए विकास कार्यों के दम पर चुनाव लड़ने और इस चुनाव में कांग्रेस के रावत की ही जीत का दावा किया हैं।

गौरतलब है कि वीरेंद्र रावत और हरीश रावत आज हरिद्वार के धनपुरा गांव में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे लेकिन गांव में एक 23 वर्षीय युवक की सड़क दुर्घटना में मौत हो जाने के कारण उन्होंने इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया। इसके बाद हरीश रावत और वीरेंद्र रावत समर्थकों के साथ मृतक युवक के घर पहुंचे और उनके परिजनों को सांत्वना दी।