यूपी सिंचाई विभाग द्वारा गंगा की सफाई की व्यवस्था न किए जाने के विरोध में संजय चोपड़ा के नेतृत्व में सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने किया जोरदार प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा दशहरे से दीपावली तक भागीरथ बिंदु से हरकी पौड़ी, भीमगोडा, रामघाट, विष्णु घाट, गणेश घाट, मायापुर चेक डैम तक सफाई के नाम पर 12 दिन बीत जाने के उपरांत भी मां गंगा की साफ सफाई न किए जाने के विरोध में तीर्थ मर्यादा रक्षा समिति के अध्यक्ष संजय चोपड़ा के नेतृत्व में अलकनंदा घाट पर सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए आक्रोश प्रकट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संयुक्त रूप से मांग की यूपी सिंचाई विभाग को मां गंगा की सफाई के नाम पर दिए जा रहे बजट की सीबीआई जांच के साथ जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई किए जाने की मांग को भी प्रमुखता से दोहराया।
इस अवसर पर तीर्थ मर्यादा रक्षा समिति के अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा हर वर्ष यूपी सिंचाई विभाग द्वारा सफाई के नाम पर गंगा बंदी की जाती है लेकिन सफाई व्यवस्था शून्य है। उन्होंने कहा गंगा के चारों और घाटों पर कूड़ा करकट पुराने कपड़े इत्यादि के ढेर लगे हुए हैं 12 दिन बीत जाने के उपरांत भी यूपी सिंचाई विभाग उदारता के चलते देश विदेश से आने वाले तीर्थ श्रद्धालुओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है जो की दुर्भाग्यपूर्ण है। संजय चोपड़ा ने कहा हर वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गंगा क्लोजर साफ सफाई के लिए करोड़ों का बजट सुकृत किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया गंगा की सफाई के नाम पर बजट की बंदर बात की जाती है इसीलिए सफाई व्यवस्था के नाम पर दिए जा रहे हैं बजट की सीबीआई जांच के साथ दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई किया जाना न्याय पूर्ण होगा।
मां गंगा की सफाई व्यवस्था न किए जाने से गुस्साए सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते प्रदर्शनकारियों में राजकुमार एंथोनी, विकास सक्सेना, मोहनलाल, पंडित मनीष शर्मा, भारत कुमार, वीरेंद्र सिंह, प्रभात चौधरी, सचिन राजपूत, गौरव चौहान ठाकुर, सतपाल सिंह, बालकिशन कश्यप, मनोज कुमार, विकास सक्सेना, प्रद्युमन सिंह, श्यामजीत, जय सिंह बिष्ट, विजय गुप्ता, श्रीमती पूनम माखन, नम्रता सरकार, सुनीता चौहान, सुमन गुप्ता, पुष्पा दास आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।