योगनगरी ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन

योग नगरी ऋषिकेश में अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव फेस्टिवल का आगाज,75 राष्ट्रों से आये विदेशी योग साधक,योग के माध्यम से पहुँचाया जाएगा युद्ध वाले क्षेत्रों में शांति का पैगाम, एक सप्ताह तक चलेगा महोत्सव ऋषिकेश

योगनगरी ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन बड़े ही धूमधाम से किया जा रहा है। योग महोत्सव का आयोजन परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश द्वारा अतुल्य भारत,पर्यटन मंत्रालय,संस्कृति मंत्रालय और आयुष मंत्रालय,भारत सरकार के सहयोग से किया जा रहा है।अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आधिकारिक उद्घाटन 8 से शुरू होगा और उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह के साथ साथ विश्व विख्यात आध्यात्मिक गायक पद्मश्री कैलाश खेर और कैलाशा बैंड, सूफी गायिका रूना रिजवी, विश्व प्रसिद्ध ड्रमवादक शिवमणि आदि अन्य कलाकार अपनी अद्भुत प्रस्तुति देंगे।

ऋषिकेश परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती का कहना है की योग का महोत्सव सबका महोत्सव है योग सबको जोड़ने का कार्य करता है इसलिए आज के वक्त में योग की सबको आवश्यकता है। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव फेस्टिवल का उद्घाटन करेंगे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समापन से पहले देश और विदेशों से आए योग साधकों का अभिनंदन करेंगे। हम विदेशों से आए मेहमानों को उत्तराखंड दर्शन का आवाहन करते हैं जिससे उत्तराखंड विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान बनाए अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव फेस्टिवल में उत्तराखंड के कई मंत्री आध्यात्मिक गायक पद्मश्री
कैलाश खेर, ड्रमवादक शिवमणि सहित कई कलाकार आएंगे जिन्होंने विश्व पटल पर अपना परचम लहराया है। वहीं स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहां जिन देशों में युद्ध चल रहा है उन देशों के लोग भी इस योग महोत्सव में आ रहे हैं जब उन देशों के लोग आपस में गले मिलेंगे यह अपने आप में एक बहुत बड़ा संदेश होगा बहुत बड़ा संदेश होगा आप खुद तो सोचिए यह अपने आप में संदेश होगा युद्ध वहां चल रहा है और योग यहां हो रहा है हिंसा वहां हो रही है लेकिन अहिंसा का संदेश यहां हो रहा है जब वह लोग यहां से वापस जाएंगे तो वह लोग 10 लोगों को भी साथ जोड़ेंगे और वह 10 औरों को साथ में जोड़ेंगे ऐसे ही तो शांति का प्यार का संदेश होता है योग की ज्योत आपस में जलाते चले प्रेम की गंगा बहाते चले यही है इस योग महोत्सव का संदेश।

अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की निदेशक साध्वी भगवती सरस्वती ने बताया योग सबके लिए है और हम देख रहे हैं हर साल पूरे विश्व से इतने लोग योग सिखने आ रहे हैं इतने लोगो का जीवन योग की वजह से बन गया है। जिन कंट्रीयों में वॉर चल रही है यह जो एनवायरमेंटल डिस्ट्रक्शन चेंज चल रहे हैं सारे विश्व की समस्या का एक ही समाधान है योग, तो योग हमको जीवन जीना सिखाता है योग हमको याद दिलाता है कि आप अलग नहीं है इसीलिए योग समाधान है चाहे हमारे बीमारी मन में हो दिल में हो शरीर में हो चाहे कोई फिजिकल इलनेस हो चाहे मेंटल नैंस हो चाहे इमोशनल नैंस हो योग उसका समाधान है योग उसका इलाज है इसलिए परमार्थ निकेतन ऋषिकेश में हिमालय की गोद में मां गंगा के किनारे यह इंटरनेशनल योग फेस्टिवल मनाया जा रहा है। जिसमें अलग-अलग विदेशी कंट्रीयों से योग साधक योग महोत्सव में आ रहे हैं।

योग महोत्सव के दौरान,प्रतिभागियों को एक सप्ताह में 150 से अधिक कक्षायें यथा कुण्डलिनी योग, प्राणायाम, ध्यान, साउंड हीलिंग, प्राणायाम विन्यास, हठ योग, यिन योग, योग निद्रा, चक्र ध्यान के साथ सूर्यनमस्कार, मंत्र और ध्यान से चक्र उपचार, 5 मौलिक योग प्रवाह,, कुंडलिनी तंत्र योग, सार्वभौमिक सांस और फैबोनाची अनुक्रम, संगीत चिकित्सा, जीवमुक्ति योग, विन्यासक्रम योग, चक्र योग, योग दर्शन, कनेक्टिव हीलिंग, वैदिक ज्योतिष, नाद योग, नाडा योग, पारंपरिक हठ योग आदि योग की अनेक विधाओं का अभ्यास कराया जायेगा।