नवनियुक्त जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने जिले के विभिन्न सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर अधिकारियों में हड़कंप मचा दिया। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि सभी अधिकारी अपने कार्यालय में समय से उपस्थित रहें ताकि जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। जिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि अनुपस्थित पाए गए अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने सुबह 10:15 बजे से मुख्य शिक्षाधिकारी कार्यालय, जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय (बेसिक और माध्यमिक), और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी के.के. गुप्ता, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी दर्शन सिंह, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अशोक वैद्य, प्रधान सहायक दीपक सैनी, और ड्राइवर मनवर सिंह नेगी अनुपस्थित मिले। इसके अलावा, जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक/माध्यमिक) कार्यालय में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी महेश मैथानी भी गैर-हाजिर पाए गए ,इसके बाद, 10:25 बजे जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय का निरीक्षण किया गया, जहां जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत और डाटा एंट्री ऑपरेटर गौरव उप्रेती भी अनुपस्थित थे। जिलाधिकारी ने साफ किया कि अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी,और अनुपस्थित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह खबर वाकई में चौंकाने वाली है। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह का यह कदम निश्चित रूप से सरकारी कार्यालयों में अनुशासन और समय की पाबंदी को बढ़ावा देगा। अधिकारियों की अनुपस्थिति पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी से उम्मीद है कि सरकारी कामकाज में सुधार होगा और जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान हो सकेगा।
आपको क्या लगता है, इस तरह की छापेमारी से सरकारी कार्यालयों में सुधार आएगा?