ऋषिकेश
10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में एम्स,ऋषिकेश में आयोजित योग कार्यक्रमों की श्रंखला में बृहस्पतिवार को आयुष विभाग में कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें खासतौर से फैकल्टी सदस्यों, चिकित्सकों व एसआर, जेआर चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित योग कार्यशाला में विशेषज्ञों ने प्राचीन योग पद्धति पर व्याख्यान प्रस्तुत किए। इस अवसर पर एम्स की कार्यकारी निदेशक और सीईओ प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने वेदों में उल्लिखित प्राचीन योग ज्ञान को जनमानस के लिए प्रेरक बताया और हमारे दैनिक जीवन में योग के महत्व और मानवता के लिए इसके लाभ पर प्रकाश डाला। उन्होंने खासतौर से हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए योग की महत्ता बताई। अतिथि वक्ता चांसलर स्वामी विवेकानन्द योग अनुसंधान केन्द्र, बेंगलुरु पद्मश्री डॉ. एच.आर. नागेंद्र ने वैदिक काल से आधुनिक युग तक, पृथ्वी और अंतरिक्ष दोनों में योग के विकास पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने योग परंपरा के विभिन्न पहलुओं को स्पष्ट रूप से समझाया और योग प्रथाओं के वैश्विक प्रभाव को प्रदर्शित किया। इस अवसर पर जरा चिकित्सा चिकित्सा विभाग की अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. मोनिका पठानिया ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, सीएफएम एवं आयुष विभागाध्यक्ष प्रोफेसर वर्तिका सक्सेना, आयुष विभाग के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीलोय मोहंती, योग एवं प्राकृतिक चिकित्साधिकारी डॉ. श्वेता मिश्रा, मेडिकल ऑफिसर आयुष डॉक्टर राहुल काटकर, पीएचडी स्टूडेंट्स व आयुष स्टाफ सदस्य मौजूद थे।