हरिद्वार
हार्डवेयर व्यापारी संतोष महेश्वरी के साथ साथ अन्य व्यापारियों को धमकाकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर रंगदारी मांगने के प्रकरण का एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर गठित स्पेशल पुलिस टीम ने सफल खुलासा करते हुए दो युवकों को कॉल व टेक्स्ट मैसेज करने के लिए प्रयुक्त मोबाइलों समेत गिरफ्तार कर लिया हैं। और दोनों युवकों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया अभियुक्त वीरेंद्र उर्फ छोटा सुनार विलासपुर छत्तीसगढ स्थित अंग्रेजी माध्यम के स्कूल से पढ़ाई के दौरान छठवीं कक्षा से भागकर हरिद्वार आ गया था। इस दौरान घाटों पर गोताखोरी करने व गंगा ढूंढने के वह अन्य गोताखोरों को मिले स्वर्ण अथवा चांदी के आभूषण आदि को तुरंत खरीदकर आगे बेचने के कारण उसका नाम छोटा सुनार पड़ा। और दूसरे अभियुक्त गोविंद बाबा निर्धन निकेतन विद्यालय से दसवीं फेल होकर अस्थाई चाय की दुकान चलाता है। और दोनों ही अक्सर एक साथ शराब पीने के दौरान दोनों अभियुक्तों ने रंगदारी मांगने का प्लान तैयार किया। थोक विक्रेता के पास मोटी रकम आने की जानकारी होने पर अभियुक्तों ने फिरौती में मोटी रकम हासिल करने के लिए पहले हरिद्वार निवासी हार्डवेयर व्यापारी की दुकान के बोर्ड से उसका नम्बर लिया और रायवाला निवासी व्यापारियों के दुकान के बोर्ड से नम्बर अंकित न होने पर उनके द्वारा संचालित स्कूल से नम्बर प्राप्त कर तीनों नम्बरों पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर चौथ मांगी गयी लेकिन यह दोनों अभियुक्त अपने मंसूबो में कामयाब होने से पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए।