काशी में मंदिर तोड़कर बनाई थी मस्जिद,मिले कई चिन्ह नंदी प्रमाण है कि वहां काशी विश्वनाथ है राम मंदिर की तर्ज पर ज्ञानवापी पर भी बने ट्रस्ट आचार्य महामंडलेश्वर निरंजनी अखाड़ा
ज्ञानवापी मामले में एएसआई ने अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश की है जिसमें बताया गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद से पहले वहां पर मंदिर का अस्तित्व था इसको लेकर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने कहा कोर्ट को अब जल्द इस मामले में अपना आदेश दे देना चाहिए जिससे वहां पर भव्य मंदिर का निर्माण किया जा सके और राम मंदिर की तर्ज पर ही ज्ञानवापी के लिए एक ट्रस्ट बनाया जाए जिनके तत्वाधान में मंदिर का कार्य किया जाए।
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि का कहना है कि एएसआई सर्वे के बाद अब लोगों को पता चल रहा है कि वहां पर मंदिर था मगर हमारे वहा नंदी विराजमान है इससे सिद्ध होता है कि वहां पर विश्वनाथ जी है अब कोर्ट जल्द सनातनियों के पक्ष में निर्णय देकर इस विवाद को खत्म करें क्योंकि देश के सभी सनातनी लोग चाहते हैं कि अब काशी विश्वनाथ का भव्य मंदिर का निर्माण हो और इसके लिए राम जन्मभूमि मंदिर की तर्ज पर ही ट्रस्ट बनाया जाए जिसके तत्वाधान में सभी कार्य किये जाए अब बिल्कुल भी विलंब ना हो।