ईद मिलादुन्नबी और साबिर पाक का 577 वां उर्स बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया

ईद मिलादुन्नबी और साबिर पाक का 577 वां उर्स बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया

हरिद्वार

बारह रबी उल अव्वल के पाक मौके पर आज हरिद्वार जनपद के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ईद मिलादुन्नबी और साबिर पाक के 577 वें उर्स के मौके पर बड़ी ही धूमधाम के साथ जुलुस निकाला गया इस दौरान जगह जगह लंगर का आयोजन भी किया गया जुलुस के दौरान इसमें शामिल लोगो ने नात व कव्वाली गाते हुए पैगम्बर साहब और साबिर साहाब को याद किया गया। गौरतलब है कि बारह रबी उल अव्वल का ये पाक त्योहार पैगम्बर साहाब और साबिर साहाब के जन्म उत्सव के रूप में मनाया जाता है और इस त्योहार के मौके पर उनके द्वारा दिए गए अमन और शान्ति के पैगाम को याद किया जाता है इस जुलुस में शामिल लोगो का मानना है कि आज का ये दिन दुनिया का सबसे पाक दिन माना जाता है क्योंकि आज के दिन दुनिया को अमन और चैन का पैगाम देने वाले पैगम्बर साहाब और साबिर साहाब का जन्म हुआ था।

मुस्लिम समुदाय ने जुलूस मे बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अंजुमन गुलामे मुस्तफा सोसायटी के सेक्रेटरी हाजी शादाब कुरैशी ने बताया जुलूस में शामिल हुए लोगों के ऊपर फूलों की बरसात की गई और पानी ,शरबत एवं मिष्ठान वितरण किया गया। मुस्लिम समुदाय ने अपनी खुशी का इजहार करते हुए जलुश में शामिल हुए और जश्ने ईद मिलादुन्नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम दोनों नबी ए करीम सल्लल्लाहु ताला अलेही वसल्लम की पैदाइश का दिन है इसको तमाम आलम का मुसलमान बड़े ही धूमधाम से मनाता है इस मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग जुलूस के साथ हाथों में चादर लेकर साबिर पाक की दरगाह पहुंचते हैं और साबिर पाक की दरगाह पर चादर पेश करते हैं साबिर पाक का 577 व उर्स बड़े ही शानो शौकत के साथ मनाया जा रहा है। इस दरगाह पर सभी धर्म के लोग आते हैं और अपनी मन्नत मुरादे मांगते हैं इस दरगाह पर जो बड़ी बीमारी का इलाज बीमारी जैसे दिक्कतों से ग्रस्त होते हैं उन लोगों की यहां पर हाजिरी लगाने पर सभी कष्ट दूर हो जाते हैं सालाना उर्स के मौके पर अलग-अलग राज्यों से जायरीन यहां शिरकत करते हैं यही नहीं कलियर शरीफ साबिर पाक की दरगाह पर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी जायरीन यहां पहुंचते हैं और अमन चैन की दुआएं मांगते है।